संगीत व कला के शहर ग्वालियर में वीपी सिंह राजावत आखिर क्यों उठा रहे हैं ‘फिल्मसिटी’ बनाने की मांग?

फिल्मों का स्तर और शौक दिन भर दिन बढ़ता ही चला जा रहा है. आज फिल्म इंडस्ट्री में आधुनिकता और टेक्नोलॉजी का भरपूर चलन है. फिल्म वेब सीरीज या सीरियलों की शूटिंग भी आजकल आउटडोर होने लगी l वीडियो फ़िल्म मेकर अपनी लोकेशन बाहरी ठिकानों पर ढूंढते हैं, ताकि सीन को और भी रोमांचक बनाया जा सके l देश में समय-समय पर कई फिल्मसिटी का निर्माण हुआ, साउथ में रामोजी फिल्मसिटी, मुंबई में मुंबई फिल्मसिटी जैसे स्थानों पर अक्सर फिल्मों की शूटिंग होती हैं l

जल्द ही जेवर में इंटरनेशनल फ़िल्मसिटी भी बनने जा रही है l भारत सरकार का ऐलान है कि इस फिल्म सिटी से फिल्मों के कैरियर में उफान आएगा l

ऐसे में मध्यप्रदेश में एक भी फिल्म सिटी ना होने के कारण वीपी सिंह राजावत ने यह मांग रखी है – कि मध्य प्रदेश के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए, संगीत सम्राट तानसेन के अस्तित्व को बचाने के लिए, शहर की प्रतिष्ठा और गरिमा को कायम रखने के लिए, मध्य प्रदेश में सबसे सुंदर शहर ग्वालियर में फिल्मसिटी का होना अत्यंत आवश्यक है l

ग्वालियर में ‘संगीत सम्राट तानसेन फिल्मसिटी’ ना केवल फिल्मों के प्रति रुचि पैदा करेगा, बल्कि आजकल के नए वेब सीरीज निर्माताओं को भी अपनी तरफ खींचेगा l

वेब सीरीज के युग में, आज मध्य प्रदेश की लोकेशन, खासकर ग्वालियर और उसके आसपास की लोकेशन कई फिल्म निर्माताओं के निशाने पर है l

ऐसे में ग्वालियर में एक फिल्म सिटी का बनना, सरकार व जनता दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है l

इसी उपलक्ष में, ‘वीपी सिंह राजावत’ बॉलीवुड के कई फिल्म निर्माताओं के साथ विचार विमर्श में व्यस्त हैं l एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी देने को भी आतुर हैं l

वीपी सिंह राजावत ने अपने प्रोडक्शन – मां पीतांबरा फिल्म प्रोडक्शन कंपनी द्वारा बॉलीवुड के निर्देशकों से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार कराई है l

  

जल्द ही डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘ संगीत सम्राट तानसेन फिल्मसिटी’ के द्वारा उनकी सरकार से अपील है -कि फिल्मी कैरियर में मध्य प्रदेश से उठ रहे युवाओं के सपनों में सरकार हौसलों की पंख दे व कला के सबसे बड़े शहर में फ़िल्मसिटी का प्रस्ताव रखे


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